लियो और लुलु एक उष्णकटिबंधीय तूफान में जंगली हो जाते हैं, उनका उत्साह सरल है क्योंकि वे बारिश के बीच चुदाई करते हैं
18 kएक रमणीय स्वर्ग में, चिलचिलाती गर्मी लियो और लुलु को एक उन्मत्त त्वरित संभोग की ओर ले जाती है। चिलचिलाती धूप में उनके जुनून भड़क उठते हैं, पसीने से तर शरीर एक-दूसरे के कपड़े फाड़ते हैं। लियो की बाहें लुलु के उभारों पर घूमती हैं, हर इंच को टटोलती हैं। लुलु उसकी ओर झुकती है, उसकी साँसें चाहत से उखड़ी हुई हैं। उनके शरीर की अराजक लय उनके दिलों की तेज़ धड़कन को प्रतिबिंबित करती है। लियो लुलु को उठाता है, उसके पैर उसकी कमर के चारों ओर लिपटे होते हैं और वह गहराई तक धक्के लगाता है। जैसे ही वे गर्मी में खोते हैं, दुनिया धुंधली पड़ जाती है, और एक शक्तिशाली मुक्ति में परिणत होती है जो उन्हें उष्णकटिबंधीय वातावरण के बीच हाँफते और खुश छोड़ देती है। उनका रिश्ता कच्चा, उन्मुक्त है, जो धूप में वर्जित इच्छाओं के आकर्षण का प्रमाण है।